Wednesday, February 5, 2014

माँ का प्यार

माँ की ममता, माँ का प्यार,
सारा है झूठा, संसार,
गोद उठाती, लौरी गाती,
पल पल करती हमे प्यार |

माँ की ममता माँ का प्यार,
रूपया पैसा सोना चाँदी,
उसके आगे सब बेकार,
माँ की ममता माँ का प्यार |
                                रचियता - गौरव (कक्षा-3)

Friday, April 5, 2013

डेवलपमेंट


डेवलपमेंट
देश में डेवलपमेंट हो रहा है,
अमीरों का कम अर्जेंट हो रहा है,
गरीब बेचारा साइलेंट हो रहा है,
देश बेचने का एग्रीमेंट हो रहा है,
देश में डेवलपमेंट हो रहा है |

चमचा अपनी जगह परमानेंट हो रहा है,
ईमानदार बेचारा सस्पेंड हो रहा है,
बच्चा आप से इंटैलिजेंट हो रहा है,
घर मैं पार्लियामेंट हो रहा है,
रिश्वत से कार्य हैंड टू हैंड हो रहा है,
नेता सभा समाप्ति पर प्रेजेंट हो रहा है,
देश में डेवलपमेंट हो रहा है |              …….उमा शुक्ला (B.A)
                                        राघवेंद्र शुक्ला कक्षा 8

नया सवेरा


नया सवेरा
नया है जीवन,
नया सवेरा,
नया ही वलिदान है,
देश की मिट्‍टी देश की पूजा देश ही मेरी जान है |
जिसने इसकी सेवा की,
किया उसने सर्वोत्तम काम है,
वीर शहीद हुए हैं,
सबकी अपनी जान थी
जो इस सरहद पर मरते हैं वो वीर बलवान हैं,
जिस देश में देवों ने जन्म लिया वह भारत देश महान है |
                                                ……………मनीष पुणे कक्षा 7

वरदान देते हैं भगवान


वरदान देते हैं भगवान
वरदान देते हैं भगवान
देवालय को कहते मंदिर ,मंदिर है भगवान का घर
मंदिर में होती है पूजा, पूजा करने से होते हैं प्रकट
भगवान भगवान के हैं अनेक, पर भगवान है एक
सब लोग जाते हैं मंदिर में, पूजा करके आते घर में
जो नहीं जाता है मंदिर में, भगवान उसे नहीं देते वरदान
भगवान के ऊपर चढते हैं फल -फूलों की माला,
पृथ्वी के कण-कण में भगवान, भगवान को हम करते प्रणाम
वरदान देते हैं भगवान |
बुराई को खत्म करते हैं भगवान
रावण को भगवान ने मारा, भगवान ने है जगत बनाया
इसलिये इनको कहते हैं भगवान
वरदान देते हैं भगवान  |                ……………….कुलदीप वर्मा कक्षा -6 

सपने में आती है माँ


सपने में आती है माँ
कब्र के आगोश में जब थककर सो जाती है माँ,
तब कहीं जाकर थोड़ा सुकून पाती है माँ,
फिक्र में बच्चों के कुछ ऐसे घुल जाती है माँ,
नौजबान होते हुए भी बूढी नजर आती है माँ
रुह के रिश्तो की गहराईयाँ तो देखो,
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ
कब जरुरत हो मेरी बच्चों को ऐसा सोचकर,
जगती रहती हैं आँखें और सो जाती है माँ,
घर से जब बच्चा परदेश जाता है तो दौडकर दर पे आ जाती है माँ,
जब परदेश में घेर लेती हैं हमें परेशानियाँ,
तो आँसुओं को पूंछने सपने में आ जाती है माँ,
मुसीबत जब सर पर आए तो याद आती है माँ,
लौटकर सफर से जब कभी आते हैं हम,
डालकर बाहें गले में सिर को सहलाती है माँ,
हो नहीं सकता एहसान कभी उसका अदा,
मरते-मरते भी दुआ जीने की दे जाती है माँ,
मरते दम तक बच्चा अगर आए ना परदेश से,
अपनी दोनो पुतलियां चौखट पर रख जाती है माँ,
प्यार कहते हैं किसे और ममता क्या चीज़ है,
यह तो उन बच्चों से पूछिये जिनकी नहीं होती है माँ |
                                         …………… अनुभवी यादव कक्षा 9

Saturday, March 16, 2013

भारत वालो आगे बड़ो


भारत वालो आगे बड़ो
बच्चो प्यारा देश हमारा,
तुम इसको जानो पहचानो,
अपनी मातृभूमि की रक्षा करना ये प्रण है हमारा,
हम करते हैं अपने देश का सम्मान,
भारत है मेरे देश का नाम,
ऊँची रखो इसकी शान |
अंग्रेज़ थे हवा का झोका,
उन्होने दिया हमको धोखा,
हम अपने देश का मान बढायेंगे,
दुश्मन को मार भगायेंगे,
दुनिया में है देश न्यारा बच्चो पराया देश हमारा ||     
                                          …….…….Rishu (Class-5)

दिवाली


दिवाली
बच्चों का है प्यारा त्यौहार,
है जिसका नाम दिवाली,
उस दिन रावण से आज़ाद हुई सीता जी,
उस दिन राम अयोध्या लौटकर आए थे,
राक्शस जाति का नाम मिटाये थे,
इसलिये सब खुशी मनाये थे,
मिल-जुलकर पटाखे छुडाये थे,
और अपना घर सजाये थे,
उस दिन सच्चाई की जीत हुई थी,
रावण की  मृत्यु हुई थी ||                  
                                  …..…….Rishu Class-5